बेटे की मुट्ठी से रेत फिसलने लगा बेटे की मुट्ठी से रेत फिसलने लगा
निशा की आँखे भर आयी और बिना कुछ बोले वो अपने कमरे में चली गयी लेकिन दोनो जेठानी का बुदबुदाना जारी था... निशा की आँखे भर आयी और बिना कुछ बोले वो अपने कमरे में चली गयी लेकिन दोनो जेठानी ...
उसके जाते ही वे दन्न से उठ के भीतर गए और दबे स्वर में अपनी पत्नी को कुछ सख्त हिदायतों की पोटली थमा ल... उसके जाते ही वे दन्न से उठ के भीतर गए और दबे स्वर में अपनी पत्नी को कुछ सख्त हिद...
“मैं बबूके (बंदूके) बो रहा हूँ “मैं बबूके (बंदूके) बो रहा हूँ
इसका असर भविष्य में और भी ज्यादा बढ़ने वाला है। इसका असर भविष्य में और भी ज्यादा बढ़ने वाला है।
किसी भी चीज के प्रति तत्काल आकर्षित होना और फिर उससे ऊब जाना प्रकाश की विशेषता थी। जब चीजों को वह गौ... किसी भी चीज के प्रति तत्काल आकर्षित होना और फिर उससे ऊब जाना प्रकाश की विशेषता थ...